सामने आया कोरोना वायरस का नया वैरिएंट MERS स्ट्रेन #MERS #CORONA #COVID19 #vaccines #KFY #KFYNEWS #KHABARFORYOU #NATIONALNEWS
- Aakash .
- 16 May, 2024
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जब भी हमें लगता है कि कोविड-19 चला गया है तो ये फिर ये किसी न किसी रूप में वापिस आ जाता है। पूरी दुनिया लंबे समय तक इस वायरस की चपेट में रही है, लेकिन हाल अभी डब्ल्यूएचओ (WHO) सऊदी अरब में अब मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोविड-19 वायरस (MERS-CoV) का एक मुद्दे की पुष्टि की है। ये मुद्दे 10 से 17 अप्रैल के बीच हुए, जिनमें से एक की मृत्यु हो गई। सभी तीन आदमी पुरुष थे, जिनकी उम्र 56 से 60 के बीच थी और उन्हें पहले से ही स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं थीं।
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वायरस से सऊदी अरब में 4 की मौत
इससे 2024 में सऊदी
अरब द्वारा रिपोर्ट किए गए एमईआरएस मामलों की कुल संख्या दो मौतों के साथ चार हो
गई हैं। डाक्टर सैयद अब्दुल अलीम, सलाहकार- पल्मोनोलॉजी,
केयर हॉस्पिटल्स, मुशीराबाद, हैदराबाद के अनुसार, MERS-CoV (Middle East
Respiratory Syndrome Coronavirus) एक वायरल सांस की रोग है जो कोरोनावायरस के
MERS स्ट्रेन के कारण होती है।
MERS के संकेत और लक्षण
एमईआरएस के लक्षण
और कोविड -19 के समान हैं और इसमें बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ शामिल है। हालांकि, MERS-CoV संक्रमण गंभीर सांस की रोग में
बदल सकता है, जिससे निमोनिया और एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस (Acute Respiratory
Distress Syndrome) हो सकता है। कुछ लोगों को डायरिया जैसे
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। एमईआरएस
के लक्षण आम तौर पर रेगुलर कोविड -19 की तुलना में अधिक गंभीर होते हैं और मौत
रेट अधिक होती है।
क्या इससे कोई कहता है?
MERS-CoV जानवरों से मनुष्यों में ट्रांसमिट हो
सकता है, जिसका मतलब है कि यह ज़ूनोटिक है। कुछ लोगों को MERS-CoV होने का खतरा अधिक हो सकता है, खासकर उन्हें, जो
ऊंटों के संपर्क में हैं या उन क्षेत्रों में रहते हैं जहां MERS-CoV लोकल है। डायबिटीज, फेफड़ों की बीमारी, या कम इम्यूनिटी वाले लोगों को भी
MERS-CoV से संक्रमित होने पर गंभीर रोग का खतरा बढ़ सकता है। हालांकि, COVID-19 के विपरीत, जो एक से दूसरे
में सरलता से फैल सकता है, MERS-CoV का ट्रांसमिशन मुख्य रूप से ऊंटों से मनुष्यों
में होता है और ह्यूमन-टू-ह्यूमन में ट्रांसमिशन लिमिटेड है।
COVID और MERS में क्या फर्क है
MERS-CoV कई मायनों में COVID-19 के रेगुलर स्ट्रेन
से अलग है। डाक्टर अलीम ने कहा कि हालांकि वे दोनों कोविड-19 वायरस हैं और सांस से
जुड़ी रोग का कारण बन सकते हैं। एमईआरएस अधिक गंभीर होता है और मौत रेट अधिक होती
है, लेकिन यह Covid-19 की तुलना में कम संक्रामक है। ऊंटों को मनुष्यों में
MERS-CoV संक्रमण का पहला सोर्स माना जाता है और ऊंटों के बीच वायरस का ट्रांसमिशन
जारी है।
कैसे करे बचाव
MERS-CoV संक्रमण को मैनेज करने में के लिए प्रॉपर केयर शामिल है। इस रोग वाले रोगियों को हॉस्पिटल में भर्ती होने और सप्लीमेंट ऑक्सीजन थेरेपी और मैकेनिकल वेंटिलेशन जैसे तरीकों की आवश्यकता हो सकती है। फिलहाल में एमईआरएस के लिए कोई एंटी वायरल इलाज नहीं है। हालांकि, कुछ मामलों में रोकथाम के तरीकों में ऊंटों के संपर्क से बचना, अच्छे से हाथ की सफाई करना और बीमार लोगों के संपर्क से बचाव महत्वपूर्ण है।
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