:
Breaking News

1. Rotary Club Uprise Bikaner प्रस्तुत करता है “फ्री हुनर सीखें, सर्टिफिकेट पाएं!” |

2. मेकअप एक्सपर्ट अलका पांडिया और रोटरी उप्राइज के साथ बीकानेर में महिला सशक्तिकरण का नया अध्याय! |

3. राखी मोदी और रोटरी उप्राइज बीकानेर के साथ हुनर की नई उड़ान! |

4. मालेगांव फैसला: प्रज्ञा ठाकुर से कोई सिद्ध संबंध नहीं, 17 साल की सुनवाई के बाद सभी सात आरोपी बरी |

5. Top 10 Government Schemes for Indian Women in 2025 | Empowerment & Financial Independence |

6. डॉ. रेशमा वर्मा और रोटरी उप्राइज बीकानेर के सहयोग से 3 दिवसीय महिला हुनर प्रशिक्षण शिविर: आत्मनिर्भरता की ओर एक सशक्त कदम |

7. महिलाओं के लिए निःशुल्क कौशल विकास: रोटरी उप्राइज बीकानेर और महिला हुनर प्रशिक्षण केंद्र का अनूठा प्रयास! |

8. महिलाओं के लिए सुनहरा मौका: निःशुल्क हुनर प्रशिक्षण शिविर रोटरी क्लब सादुल गंज बीकानेर में 3, 4 और 5 अगस्त, 2025 से। |

क्या सच मे EVM का मामला गंभीर है, विपक्ष क्यो चाहता है इसका पुष्टिकरण #EVM #BJP #Congress #AAP #लोकसभाचुनाव #eci #KFY #KHABARFORYOU #KFYNEWS #KFYWORLD #VOTEFORYOURSELF

top-news
Name:-Aakash .
Email:-jsdairynh7062@gmail.com
Instagram:-@j.s.dairy



देश मे पिछले कुछ समय से EVM के ऊपर लगातार सवाल उठाए जा रहे है। देश मे इस मामले को लेकर एक बड़ी बाहर छिड़ी हुई है कि क्या EVM मशीन चुनाव के लिए सुरक्षित हैविपक्ष के साथ साथ आप जनता भी इस मामले को गंभीरता से ले रही है और ये सवाल जायज भी है। लोकसभा चुनाव को बहुत कम वक्त बचा है और ऐसे में ये मामले पूरे देश मे सनसनी मचाये बैठे है।


Read More - स्मृति ईरानी का कांग्रेस पर बड़ा आरोप

---- khabarforyou.com khabar for you #voteforyourself #khabar_for_you #kfy #kfybikaner #khabarforyou #teamkfy ----

नवीनतम  PODCAST सुनें, केवल The FM Yours पर

मामले की गम्भीरता

इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम को लेकर पूरे देश में एक बहस छिड़ी हुई है। जो हारता है वो ईवीएम पर सवाल उठाता है जो जीतता है वो इसे भरोसेमंद मानता है। इस तरह की तमाम बहस के बीच अधिकांश विपक्षी दल ईवीएम से संतुष्ट नहीं हैं। उनका मानना है कि वीवीपैट पर्चियों का मिलान होना चाहिए। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने मार्च 2023 में शीर्ष अदालत के समक्ष एक याचिका दायर की थी जिसमें कहा गया था कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के मिलान को वीवीपैट के साथ क्रॉस-वेरीफाई किया जाना चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह प्रक्रिया यथासंभव तेजी से की जाए, एडीआर ने वीवीपैट पर्चियों पर बारकोड के उपयोग का सुझाव दिया। बता दें कि वीवीपीएटी मशीन ईवीएम की बैलट यूनिट इकाई से जुड़ी होती है। यह मशीन मतदाता की पसंद के साथ कागज की एक पर्ची प्रिंट करके वोटर द्वारा डाले गए वोट का विजुअल वेरिफिकेशन दिखाती है। इससे वोट देने वाले को सामने-सामने पता चल जाता है कि किसी वोट दिया गया है। कागज की इस पर्ची में उम्मीदवार का क्रमांक, नाम और पार्टी का प्रतीक होता है और एक कांच की खिड़की के पीछे मशीन में दिखती है। इससे वोटर को अपना वोट वेरीफाई करने के लिए सात सेकंड का समय मिलता है। इसके बाद पर्ची नीचे एक डिब्बे में गिर जाती है। पार्टियों ने वीवीपैट पर्चियों के 50 प्रतिशत से लेकर 100 प्रतिशत तक वेरिफिकेशन की मांग की है। दिसंबर में विपक्षी इंडी गठबंधन ने वीवीपैट पर्चियों के 100 प्रतिशत वेरिफिकेशन की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। इंडी अलायंस ने अपनी चिंताओं पर चर्चा करने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से मिलने का भी समय मांगा है।इसके अलावा चुनाव आयोग ने वर्कफोर्स की उपलब्धता समेत इंफ्रास्ट्रक्चर की चुनौतियों को भी उन मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाने में बाधाओं के रूप में उजागर किया है जहां वीवीपैट पर्चियों की गिनती की जाती है। विपक्षी दल मतदान को ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए अधिक मतदान केंद्रों के वेरिफिकेशन की मांग करते रहते हैं। उनका कहना है कि निष्पक्ष चुनाव की आवश्यकता परिणामों की घोषणा में देरी की चिंता से कहीं ज्यादा जरुरी है।

Read More - "बेशर्मी": अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा न देने पर

---- khabarforyou.com khabar for you #voteforyourself #khabar_for_you #kfy #kfybikaner #khabarforyou #teamkfy ----

नवीनतम  PODCAST सुनें, केवल The FM Yours पर



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

-->