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ससुर की पैतृक सम्पति में दामाद का कितना अधिकार, हाई कोर्ट ने सुनाया फ़ैसला ।

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Name:-Adv_Prathvi Raj
Email:-adv_prathvi@khabarforyou.com
Instagram:-


High Court Decision: दामाद परिवार का एक सदस्य हैं, लेकिन क्या आप जानते है कि पैतृक सम्पति में दामाद का कितना अधिकार होता है, अगर नहीं जानते है तो आइये जानते है कि हाई कोर्ट ने इस पर क्या फ़ैसला सुनाया हैं….

ससुर की सम्पति में हक़ मानने और माँगने वाले दामदों को यह फ़ैसला निराश कर सकता हैं । केरल हाई कोर्ट ने एक मामले में साफ़ साफ़ कहा है कि ससुर की सम्पति में दामाद को कोई क़ानूनी अधिकार नहीं है । दामाद ससुर की जायदाद या भवन में हक़ का दावा नहीं कर सकता हैं ।

हेंड्री ने दावा किया था कि उन्होंने यह सम्पति फादर जेम्स नसरथ से और सैंट पॉल चर्च की ओर से तोहफ़े के रूप में पायी थी । इस पर उन्होंने अपने पैसों से पक्का मकान बनवाया और वह वहाँ अपने परिवार के साथ रह रहे हैं । उन्होंने दलील दी कि उनके दामाद का इस जायदाद पर कोई हक़ नहीं हैं ।

इस पर दामाद डेविस ने दलील दी थी कि इस सम्पति का स्वामित्व ख़ुद ही सवालो में हैं, क्यूँकि यह चर्च कि अधिकारियों ने दान पात्र कि माध्यम से परिवार के लिए दी थी । उसने हेंड्री की इकलौती बेटी से शादी की है और शादी के बाद उसे एक तरह से परिवार ने गोद लिया हैं । इसलिए उसका इस मकान व सम्पति में रहने का हक़ हैं । इन तमाम दलीलों के बावजूद अधीनस्थ न्यायालय ने फ़ैसले में कहा था कि डेविस का हेंड्री की सम्पति में कोई हक़ नहीं है । 
हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद कहा कि ये कहना मुश्किल है कि दामाद परिवार का एक सदस्य हैं । दामाद का यह कहना भी शर्मनाक है कि उसे परिवार ने हेंड्री की बेटी से शादी के बाद परिवार ने एक तरह से गोद ले लिया था ।



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