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Income Tax Refund: ITR फाइल करने के बाद अभी तक भी नहीं आया र‍िफंड? कहीं इसके पीछे ये बड़े कारण तो नहीं?

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Income Tax Refund Status: अगर आईटीआर फाइल (ITR Filing) करने के बाद अभी तक भी आपका इनकम टैक्‍स र‍िफंड जारी नहीं हुआ है तो यह खबर आपको जरूर पढ़नी चाह‍िए. र‍िफंड नहीं आने का एक नहीं ज्‍यादा कारण भी हो सकते हैं. अभी भी आयकर व‍िभाग की तरफ से 21 लाख लोगों का र‍िफंड पेंड‍िंग है. र‍िफंड नहीं म‍िलने का कारण आईटीआर फॉर्म (ITR Form) में गलती हो सकती है.


वित्तीय वर्ष 2022-23 में भी कई टैक्सपेयर्स को आईटीआर दाखिल करने के बावजूद रिफंड नहीं मिला होगा. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. सबसे पहले टैक्स रिफंड तुरंत न मिलने का एक सामान्य कारण आयकर रिटर्न (ITR) फॉर्म में गलत या अधूरी जानकारी है.
आयकर व‍िभाग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार अभी तक 6.94 करोड़ लोगों का आईटीआर फाइल हो चुका है. लेक‍िन इसमें से करीब 6.74 करोड़ लोगों का र‍िफंड जारी क‍िया जा चुका है. इस बार 31 जुलाई तक ही प‍िछले व‍ित्‍त वर्ष के मुकाबले 16 प्रत‍िशत ज्‍यादा आईटीआर फाइल क‍िये गए हैं. हो सकता है आपके साथ भी यही समस्‍या हो. आइए कुछ गलत‍ियों पर नजर डालते हैं, जो आमतौर पर हो जाती हैं.


ITR में पूरी जानकारी नहीं देना
अगर आपके आईटीआर में अधूरी जानकारी दी गई है तो आपका र‍िफंड रुक सकता है. इसके ल‍िए आप आईटीआर प्रीव्यू चेक कर सकते हैं. इसके बाद अन्‍य जानकारी और डॉक्यूमेंट के साथ आप अपने असेसिंग ऑफिसर के साथ कनेक्‍ट कर सकते हैं.


120 दिनों का मिलता है समय
टैक्स रिफंड में देरी का एक अन्य प्रमुख कारण ITR को वेरिफाई नहीं करना हो सकता है. इनकम टैक्स विभाग के अनुसार, टैक्सपेयर्स को पेपरवर्क के बाद इलेक्ट्रॉनिक वेरिफिकेशन कोड (EVC) या आधार-आधारित वन-टाइम पासवर्ड (OTP) का इस्तेमाल करके रिटर्न को वेरिफाई करना होगा. ITR दाखिल करने के 120 दिनों के भीतर इसे वेरिफाई नहीं किया जाता है, तो अमान्य माना जाता है. इस वजह से टैक्स रिफंड जारी होने से रोका जा सकता है. 


बैंक खाते की गलत जानकारी
यद‍ि क‍िसी भी तरह आपके बैंक खाते की जानकारी गलत दर्ज होती है तो आपका र‍िफंड रुक सकता है. दरअसल, र‍िफंड के ल‍िए आपके अकाउंट की डीटेल का सही होना सबसे ज्‍यादा जरूरी है.


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