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टेस्ला मॉडल Y भारत में लॉन्च: कीमत, रेंज और फीचर्स

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टेस्ला ने भारत में अपनी मॉडल Y एसयूवी आधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दी है, जो देश के विकासशील इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में लंबे समय से प्रतीक्षित प्रवेश का प्रतीक है। 500 किलोमीटर की रेंज देने वाले मानक रियर-व्हील ड्राइव संस्करण की कीमत लगभग 60 लाख रुपये है, जबकि लंबी दूरी वाले संस्करण (622 किलोमीटर की रेंज) की कीमत लगभग 70 लाख रुपये होगी। डिलीवरी 2025 की चौथी तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है, जिसका पंजीकरण दिल्ली, गुरुग्राम और मुंबई में उपलब्ध होगा, जहाँ एक रिटेल शोरूम भी खुलने वाला है।

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मॉडल Y को अतिरिक्त 6 लाख रुपये में पूरी तरह से स्वचालित क्षमता में अपग्रेड किया जा सकता है, हालाँकि टेस्ला का कहना है कि यह उच्च विश्वसनीयता और नियामक अनुमोदन प्राप्त करने पर निर्भर करता है। गौरतलब है कि भारत में पूरी तरह से निर्मित इकाइयों पर उच्च आयात शुल्क के कारण इसकी भारतीय कीमत अमेरिका से दोगुनी ($38,000 या लगभग 33 लाख रुपये) है। स्थानीय स्तर पर निवेश करने वाले निर्माताओं के लिए शुल्क कम करने हेतु भारत सरकार द्वारा हाल ही में नीतिगत बदलावों के बावजूद, टेस्ला की वर्तमान में भारत में विनिर्माण की कोई योजना नहीं है।

टेस्ला का प्रवेश वर्षों की बातचीत के बाद हुआ है, जहाँ संस्थापक एलन मस्क ने पहले भारत के उच्च आयात शुल्क (110% तक) की आलोचना की थी। पिछले साल एक नई ईवी नीति पेश की गई थी, जिसके तहत भारतीय विनिर्माण में न्यूनतम 4,150 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली कंपनियों के लिए सालाना 8,000 आयातित ईवी पर 15% की छूट का प्रस्ताव दिया गया था। हालाँकि यह नीति टेस्ला की पिछली माँगों का समाधान करती है, लेकिन कंपनी आयात पर केंद्रित है। हाल ही में एक मंत्री ने कहा कि टेस्ला की रुचि केवल शोरूम खोलने में है, भारत में विनिर्माण में नहीं।


टेस्ला ने अपनी मॉडल Y SUV के लॉन्च के साथ आधिकारिक तौर पर भारतीय बाज़ार में प्रवेश कर लिया है। पेश हैं मुख्य बिंदुओं का विवरण:


टेस्ला मॉडल Y भारत लॉन्च विवरण

आधिकारिक प्रवेश: टेस्ला ने भारत में मॉडल Y SUV को आधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दिया है, जो देश के इलेक्ट्रिक वाहन बाज़ार में लंबे समय से प्रतीक्षित प्रवेश का प्रतीक है।


वेरिएंट और मूल्य निर्धारण:

स्टैंडर्ड रियर-व्हील ड्राइव: 500 किमी की अनुमानित रेंज, कीमत लगभग 59.89 लाख रुपये (एक्स-शोरूम)।

लॉन्ग रेंज रियर-व्हील ड्राइव: 622 किमी की अनुमानित रेंज, कीमत लगभग 67.89 लाख रुपये (एक्स-शोरूम)।


बुकिंग और डिलीवरी:

22,220 रुपये की टोकन राशि के साथ बुकिंग शुरू है।

डिलीवरी 2025 की तीसरी तिमाही में शुरू होने की उम्मीद है।

उपलब्धता: कार का पंजीकरण कराया जा सकता है और यह दिल्ली, गुरुग्राम और मुंबई में उपलब्ध होगी।

खुदरा उपस्थिति: टेस्ला ने अपना पहला खुदरा शोरूम मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में खोला है, और जल्द ही नई दिल्ली में भी एक और शोरूम खुलने की उम्मीद है।


पूर्ण स्वचालित (FSD):

कार को अतिरिक्त 6 लाख रुपये देकर FSD क्षमताओं में अपग्रेड किया जा सकता है।

टेस्ला का कहना है कि इन सुविधाओं का सक्रियण और उपयोग मानव चालकों और नियामक अनुमोदन से परे विश्वसनीयता प्राप्त करने पर निर्भर है।


मूल्य असमानता और आयात शुल्क

काफी अधिक कीमत: भारत में मॉडल Y की कीमत संयुक्त राज्य अमेरिका (जहाँ इसकी कीमत लगभग $44,990 या लगभग 37-38 लाख रुपये) की तुलना में लगभग दोगुनी है।

उच्च आयात शुल्क: यह भारी मूल्य अंतर मुख्य रूप से भारत में पूर्णतः निर्मित इकाइयों (सीबीयू) पर उच्च आयात शुल्क के कारण है।

पहले, सीबीयू पर सीमा शुल्क सीआईएफ मूल्य (40,000 डॉलर से अधिक या कम) के आधार पर 60% या 100% था।

भारत सरकार ने हाल ही में शुल्कों को कम करने के उद्देश्य से एक नई ईवी नीति पेश की है।


भारत का टेस्ला को लुभाना और नई ईवी नीति

ऐतिहासिक आलोचना: टेस्ला के संस्थापक एलन मस्क ने पहले भारत के आयात शुल्कों की आलोचना की थी और उन्हें "दुनिया में सबसे ज़्यादा" बताया था।

नई ईवी नीति (भारत में इलेक्ट्रिक यात्री कारों के विनिर्माण को बढ़ावा देने की योजना - एसपीएमईपीसीआई):

वैश्विक ईवी निर्माताओं को भारत में संयंत्र स्थापित करने के लिए आकर्षित करने हेतु पिछले साल जारी की गई।

पाँच वर्षों के लिए प्रति वर्ष अधिकतम 8,000 सीबीयू इलेक्ट्रिक चार पहिया वाहनों पर 15% की कम सीमा शुल्क की पेशकश करता है।

इसके लिए योग्य होने के लिए, निर्माताओं को तीन वर्षों के भीतर न्यूनतम 4,150 करोड़ रुपये (लगभग 500 मिलियन डॉलर) का निवेश करना होगा और प्रगतिशील कारोबार तथा स्थानीय मूल्यवर्धन लक्ष्य हासिल करने होंगे।

इस नीति को मोटे तौर पर टेस्ला को लुभाने और कम आयात शुल्क की उसकी पिछली माँगों को पूरा करने के प्रयास के रूप में देखा गया।


भारत में टेस्ला की विनिर्माण योजनाएँ

कोई विनिर्माण योजना नहीं (वर्तमान में): स्थानीय विनिर्माण को आकर्षित करने के उद्देश्य से नई नीति के बावजूद, केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने हाल ही में कहा कि टेस्ला *वर्तमान में भारत में कारों के निर्माण में रुचि नहीं रखती*।

शोरूम पर ध्यान: टेस्ला की वर्तमान रणनीति वाहनों के आयात (संभवतः अपनी चीन स्थित इकाई से) और शोरूम के माध्यम से खुदरा उपस्थिति स्थापित करने पर केंद्रित प्रतीत होती है।

बाज़ार परीक्षण: आयातित इकाइयों के साथ टेस्ला का प्रवेश, स्थानीय विनिर्माण जैसे बड़े निवेशों के लिए संभावित रूप से प्रतिबद्ध होने से पहले भारतीय बाज़ार का परीक्षण करने और माँग का आकलन करने की योजना का संकेत देता है।


भारतीय ईवी बाज़ार संदर्भ

नवजात लेकिन विकासशील: भारत का ईवी बाज़ार अभी भी नवजात है, और ईवी की बिक्री बढ़ रही है। जून 2025 में इलेक्ट्रिक यात्री वाहनों की बिक्री में साल-दर-साल लगभग 80% की तीव्र वृद्धि देखी गई।

तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाज़ार: भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाज़ार है।

प्रतिस्पर्धा: टेस्ला मुख्य रूप से प्रीमियम ईवी सेगमेंट में बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज-बेंज जैसे ब्रांडों के साथ प्रतिस्पर्धा करेगी, जबकि टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसे भारतीय निर्माता बड़े पैमाने पर ईवी क्षेत्र में अग्रणी हैं।

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